सेबी की चौंकाने वाली रिपोर्ट: इक्विटी डेरिवेटिव्स में 91% ट्रेडर्स को भारी नुकसान, जेन स्ट्रीट मामले से जुड़ी चिंताएं

शेयर बाजार में इक्विटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट (EDS) में ट्रेडिंग करने वाले निवेशकों के लिए एक बड़ी चेतावनी जारी की गई है। मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) की हालिया स्टडी के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 में लगभग 91% व्यक्तिगत निवेशकों को डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग में नुकसान हुआ है। यह ट्रेंड वित्त वर्ष 2024 में भी बरकरार रहा था, जो दर्शाता है है कि अधिकांश रिटेल ट्रेडर्स इस सेगमेंट में पैसा गंवा रहे हैं। 

नुकसान का बढ़ता ग्राफ

सेबी की स्टडी बताती है कि व्यक्तिगत ट्रेडर्स को हुआ नुकसान लगातार बढ़ रहा है। वित्त वार्स 2024 में यह ₹74,812 करोड़ था, जो वित्त वर्ष 2025 में 41% बढ़कर ₹1,05,603 करोड़ हो गया। दो साल पहले की तुलना में यह 36% की वृद्धि है। हालांकि, इस साल व्यक्तिगत ट्रेडर्स की ट्रेडिंग गतिविधि में थोड़ी कमी आई है, फिर भी नुकसान का आंकड़ा चिंताजनक है। 

फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस में गतिविधि

फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (F&O) सेगमेंट में ट्रेडिंग करने वाले निवेशकों की संख्या में पिछले साल के मुकाबले 20% की कमी आई है। हालांकि, यह संख्या दो साल पहले कि तुलना में अभी भी 24% अधिक है। सेबी ने यह विश्लेषण इक्विटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट में ट्रेडिंग गतिविधि को गहराई से समझने के लिए किया है, जिसमें दिसंबर 2024 से मै 2025 तक के व्यक्तिगत ट्रेडर्स पर विशेष ध्यान दिया गया। 

जेन स्ट्रीट और बाजार में हेरफेर की चिंता

यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब सेबी ने हाल ही में अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म जेन स्ट्रीट को भारतीय शेयर बाजार से प्रतिबंधित कर दिया है। जेन स्ट्रीट पर आरोप है कि उसने डेरिवेटिव्स में बड़ी पोजीशन लेकर स्टॉक इंडेक्स में हेरफेर किया, जिससे रिटेल निवेशकों को नुकसान हुआ। सेबी का मानना है कि जेन स्ट्रीट की गतिविधियों से छोटे निवेशकों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। 

सेबी के चेयरमैन तुहिन कांत पांडे ने सोमवार को कहा कि बाजार नियामक को जेन स्ट्रीट की ओर से की गई हेराफेरी जैसे 'और बहुत से जोखिम' फिलहाल नहीं दिख रहे हैं। पांडे ने यह भी बताया कि सेबी अपने सर्विलांस सिस्टम को अपग्रेड करने पर विचार कर रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जेन स्ट्रीट का मामला केवल सर्विलांस से जुड़ा एक मुद्दा था, और इसी वजह से नियामक अब इस पहलू पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है। 3 जुलाई को सेबी ने जेन स्ट्रीट और उससे जुड़ी संस्थाओं के खिलाफ कारवाई की थी, क्योंकि जांच में पाया गया था कि फर्म ने कथित तौर पर स्टॉक इंडेक्स में हेरफेर किया है।  

यह रिपोर्ट निवेशकों के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि इक्विटी डेरिवेटिव्स में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों को समझना और अत्यधिक सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है।