वेदांता पर वित्तीय संकट का खतरा? वाइसरॉय रिसर्च ने दी दिवालियापन की चेतावनी, कंपनी ने आरोपों को बताया झूठा
लंदन स्थित शॉर्ट-सेलर वाइसरॉय रिसर्च ने बुधवार को वेदांता ग्रुप पर विस्फोटक आरोप लगाए हैं। वाइसरॉय ने यूके स्थित वेदांता रिसोंर्सेज लिमिटेड (VRL) के खिलाफ एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की है, जिसमें कंपनी पर भारतीय इकाई से धन निकालने, मुनाफे में हेरफेर करने और अस्थिर नीतियों के जरिए कर्जदाताओं को जोखिम में डालने का आरोप लगाया गया है। रिपोर्ट में वेदांत की वित्तीय स्थिति, कर्ज रणनीति और कॉर्पोरेट गवर्नेंस को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए गए हैं। वाइसरॉय ने यह भी कहा है कि उसने वेदांत रिसोंर्सेज के कर्ज को शॉर्ट किया है, और समूह की पूरी संरचना को "वित्तीय रूप से अस्थिर और संचालन में कमजोर" बताया है।
"वेदांता की कर्ज रणनीति एक पोंजी स्कीम": वाइसरॉय रिसर्च
वाइसरॉय रिसर्च की रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि वेदांता रीसोर्सेज अपनी भारतीय सहायक कंपनी वेदांत लिमिटेड (VEDL) से लगातार धन निकाल रही है, ताकि वह अपने बढ़ते कर्ज का भुगतान कर सके। इससे VEDL को अधिक कर्ज लेना पड़ रहा है और उसकी नगदी भंडार भी तेजी से खत्म हो रही है। वाइसरॉय ने इस रणनीति की तुलना "पोंजी स्कीम" से करते हुए चेतावनी दी है कि इससे दीर्घकालिक लेनदारों को भी भारी नुकसान हो सकता है।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि VEDL ने पिछले तीन वर्षों में $5.6 अरब का नगद प्रवाह घाटा (Cash Flow Deficit) झेला है, जबकि उसने भारी मात्रा में लाभांश (Dividend) बांटा है। इसके अलावा, वित्त वर्ष 2022 से अब तक कंपनी का शुद्ध कर्ज (Net Debt) 200% यानि $6.7 अरब तक बढ़ गया है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि VEDL अपनी उधारी की सीमा तक पहुंच चुकी है और उसके नगदी भंडार लगभग खत्म हो चुके हैं।
'दुर्भावनापूर्ण और भ्रामक' है वाइसरॉय रिसर्च रिपोर्ट: वेदांत ग्रुप
वेदांता समूह ने वाइसरॉय रिसर्च की रिपोर्ट को तुरंत खारिज कर दिया है। कंपनी के प्रवक्ता ने इस रिपोर्ट को "चुनिंदा और भ्रामक जानकारी का दुर्भावनापूर्ण मिश्रण" बताया और इसे कंपनी को बदनाम करने की साजिश करार दिया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि रिपोर्ट जारी करने से पहले उनसे किसी तरह का संपर्क नहीं किया गया, और यह केवल "झूठा प्रचार फैलाने" के उद्देश्य से तैयार की गई है।
वेदांता ने आरोप लगाया कि रिपोर्ट में केवल पहले से सार्वजनिक जानकारी को इस तरह से पेश किया गया है जिससे बाजार में डर पैदा किया जा सके। कंपनी ने कहा, "इसका उद्देश्य हमारी आगामी कॉर्पोरेट पहलों को पटरी से उतारना है, लेकिन हमारे हितधारक इतनी समझ रखते हैं कि वे ऐसे हथकंडों को पहचान सकें।"
वाइसरॉय रिपोर्ट के बाद वेदांता स्टॉक में 8% की गिरावट
वाइसरॉय रिसर्च की रिपोर्ट जारी होने के बाद वेदान्त लिमिटेड के स्टॉक में बुधवार को बीएसई पर 8% तक की तगड़ी गिरावट देखने को मिली। इंट्राडे में स्टॉक ने ₹461.15 का हाई और ₹421 का लो बनाया। मंगलवार को यह शेयर ₹456.20 पर बंद हुआ था, जबकि बुधवार को ₹461 पर कारोबार शुरू हुआ था।
कंपनी का मार्केट कैप ₹1.72 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा। वेदांता की सहायक कंपनी हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के शेयरों में भी 2.8% की गिरावट दर्ज की गई।
स्टॉक का प्रदर्शन:
- 52-वीक हाई: ₹527
- 52-वीक लो: ₹362
- इस साल अब तक: सपाट रिटर्न
- बीते एक साल: 6% नेगेटिव रिटर्न
- दो साल: 56% पॉजिटिव रिटर्न
- तीन साल: 96% पॉजिटिव रिटर्न
- पांच साल: 290% का दमदार पॉजिटिव रिटर्न
वाइसरॉय रिसर्च की रिपोर्ट और वेदांत के खंडन के बाद, आने वाले समय में कंपनी की वित्तीय स्थिति और शेयर प्रदर्शन पर निवेशकों की पैनी नजर बनी रहेगी।