प्रिकोल का ₹80,000 करोड़ रेवेन्यू का महाप्लान: 2030 तक ग्लोबल 2-व्हीलर डिस्प्ले में नंबर-1 बनने का लक्ष्य, एमके ने दिया 'BUY' का मौका!

ऑटो कंपोनेट सेक्टर की प्रमुख कंपनी प्रिकोल (Pricol) ने वित्त वर्ष 2023 (FY30) तक अपने राजस्व को ₹80,000 करोड़ तक पहुंचाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। यह वित्त वर्ष 2025 के अनुमानित ₹27,000 करोड़ के राजस्व से एक बड़ी छलांग है। कंपनी का उद्देश्य वैश्विक 2 व्हीलर डिजिटल इंस्ट्रूमेंट सिस्टम (DIS) बाजार में नंबर-1 स्थान हासिल करना भी है।

घरेलू ब्रोकरेज फर्म एमके ने प्रिकोल पर अपनी 'BUY' रेटिंग बरकरार रखी है और ₹575 का टारगेट प्राइस दिया है। यह इसके मौजूदा भाव ₹445 के मुकाबले 29% का अपसाइड (बढ़ोतरी की संभावना) है।

क्या हैं प्रिकोल के बड़े लक्ष्य?

प्रिकोल अपने कोर बिज़नेस में 12-13% का EBITDAM (EBITDA मार्जिन) और अपने P3L बिज़नेस में करीब 10% का मार्जिन बनाए रखने की योजना बना रहा है। साथ ही, कंपनी 20% से अधिक का रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड (RoCE) भी जारी रखने का इरादा रखती है, जो इसकी वित्तीय दक्षता को दर्शाता है।

2-व्हीलर डिस्प्ले सेगमेंट में वैश्विक नेतृत्व

कंपनी का मुख्य ध्यान 2-व्हीलर डिजिटल इंस्ट्रूमेंट सिस्टम (DIS) पर है। प्रिकोल की योजना FY30 तक इस सेगमेंट में वैश्विक स्तर पर नंबर-1 बनने  की है। वर्तमान में कंपनी का मार्केट शेयर 37% है जिसे बढ़ाकर 45-50% तक ले जाने का लक्ष्य है। प्रिकोल का दावा है कि उसने होंडा और सुजुकी जैसे जापानी दिग्गजों के साथ भी बड़ी पकड़ बना ली है। कंपनी का मानना है कि प्रति वाहन कंटेंट FY30 तक दोगुना होकर ₹5,000 तक पहुंच सकता है।

ब्रेक और ABS सिस्टम में बड़ी संभावनाएं

प्रिकोल ने पिछले 3 सालों में डिस्क ब्रेक टेक्नोलॉजी पर काफी काम किया है और अब इसके लिए OEM (ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स) कंपनियों से ऑर्डर भी मिलने शुरू हो गए हैं। इसके साथ ही CBS (कंबाइंड ब्रेकिंग सिस्टम) और ABS (एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम) जैसे ब्रेकिंग सिस्टम पर भी काम जारी है, जहाँ कंपनी को बड़ी सफलता की उम्मीद है। प्रिकोल अपने P3L डिवीजन में अगले तीन सालों में रेवेन्यू को दोगुना करना चाहती है, जिसमें अधिग्रहण (inorganic growth) भी शामिल होगा। FY25 में इस सेगमेंट का मार्जिन 7% है, जिसे बढ़ाकर 10% किया जाएगा।

डिस्क्लेमर: यह खबर ब्रोकरेज की रिपोर्ट पर आधारित है। निवेश संबंधी कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें।