कर्नाटका बैंक के शेयरों में गिरावट के बाद सुधार: निवेशकों को आश्वासन
कर्नाटका बैंक के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्य अधिकारी (सीईओ), साथ ही कार्यकारी निदेशक (ईडी) के इस्तीफे की खबरों के बाद सोमवार को बैंक के शेयरों में 5% से अधिक की गिरावट देखी गई, जिससे शेयरधारकों के बीच चिंता का माहौल बन गया था। दिन के अंत तक शेयरों में सुधार देखा गया और वे ₹195.75 प्रति शेयर पर बंद हुए।
इस्तीफों के पीछे क्या है कारण?
रविवार देर शाम स्टॉक एक्सचेंजों को एमडी और सीईओ श्रीकृष्ण हरिहर सरमा तथा ईडी शेखर राव के इस्तीफे की सूचना दी गई थी। दोनों ने अपने इस्तीफों के लिए निजी कारणों का हवाला दिया है, जिसमें सरमा का मुंबई वापस जाने का फैसला और राव का मंगलुरु में स्थानांतरित होने में असमर्थता शामिल है।
हालांकि, सूत्रों के अनुसार मई में बैंक के सांविधिक लेख परीक्षकों ने कुछ खर्चों पर सवाल उठाए थे। वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही की आय रिपोर्ट में, लेखा परीक्षकों ने सलाहकारों की सेवाओं पर ₹1.16 करोड़ के खर्च और राजस्व व्यय में ₹37 लाख के पूंजीगत व्यय पर आपत्ति जताई थी। यह राशि पूर्णकालिक निदेशकों की निर्धारित शक्तियों से अधिक थी और बोर्ड द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की गई थी। लेखा परीक्षकों ने सुझाव दिया था कि यह राशि संबंधित निदेशकों से वसूली जानी चाहिए। बैंक ने रविवार को एक बयान में कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा की गई है और इसे सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझा लिया गया है।
बैंक का ग्राहकों को आश्वासन और मजबूत वित्तीय स्थिति
इस घटनाक्रम के बावजूद बैंक ने अपने ग्राहकों और हितधारकों को आश्वस्त किया है। एक बयान में कर्नाटका बैंक ने कहा,"जमाकर्ताओं के पैसे की सुरक्षा हमेशा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है और यह हमेशा बनी रहेगी।" बैंक ने यह भी दोहराया कि वह "मजबूत, लचीला और प्रतिबद्ध" है।
बैंक ने अपनी मजबूत वित्तीय स्थिति पर जोर दिया, जिसमें 19.85% का पूंजी पर्याप्तता अनुपात शामिल है, जो "इसकी मजबूत वित्तीय स्थिति और बेहतर जोखिम प्रबंधन को दर्शाता है।" पुरानी पीढ़ी के इस समुदाय-आधारित बैंक के ग्राहकों ने इस घटनाक्रम पर कोई विशेष प्रतिक्रिया नहीं दी है।
वित्तीय प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2025 में बैंक ने ₹1,272 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया है जो पिछले वर्ष के ₹1,306 करोड़ से थोड़ा कम है। वित्त वर्ष 2025 के अंत में बैंक का अग्रिम ₹77,958 करोड़ और जमा राशि ₹1.04 लाख करोड़ थी। इसकी परिसंपत्ति गुणवत्ता में भी सुधार हुआ है, जिसमें सकल एनपीए 3.08% और शुद्ध एनपीए 1.31% रहा। यह दर्शाता है कि बैंक की वित्तीय बुनियाद मजबूत बनी हुई है।