मार्केट की वीकली रिपोर्ट: जंग के साये में ₹4 लाख करोड़ का नुकसान, सेंसेक्स-निफ्टी 1% से ज़्यादा लुढ़के!

इस हफ्ते भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। शुक्रवार को इजराइल द्वारा ईरान पर सैन्य हमले की खबर ने मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ दिया, जिसका सीधा असर निवेशकों के सेंटिमेंट्स पर पड़ा और बाजार भारी गिरावट के साथ बंद हुए। साप्ताहिक आधार पर, 9 जून से 13 जून के दौरान निफ्टी-50 और सेंसेक्स में क्रमशः 1.1% और 1.3% की गिरावट आई। सप्ताह के अंत में आई इस गिरावट ने सप्ताह की शुरुआत में हासिल की गई बढ़त पर पानी फेर दिया। 

निवेशकों को इस हफ्ते ₹4 लाख करोड़ का नुकसान

इस हफ्ते निवेशकों की दौलत में करीब ₹4 लाख करोड़ रुपये की कमी आई। पिछले हफ्ते शुक्रवार 6 जून को बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप ₹451,13,131 करोड़ रुपये था, जो इस हफ्ते घटकर ₹447,21,343 करोड़ रुपये रह गया। इस तरह, निवेशकों को इस हफ्ते कुल ₹391,788 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

इस हफ्ते बाजार को प्रभावित करने वाले मुख्य ट्रिगर पॉइंट्स:

  • इजराइल-ईरान सैन्य तनाव: इजराइल ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर "राइजिंग लायन' नाम से एक बड़े सैन्य अभियान की शुरुआत की है। इस कारवाई के जवाब में ईरान ने एहतियातन अपने हवाई क्षेत्र को पूरी तरह बंद कर दिया। साथ ही इराक और इजराइल ने भी अपने-अपने हवाई क्षेत्र अस्थायी रूप से बंद कर दिए हैं। 
  •  कच्चे तेल की कीमतों में उछाल: मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ने की वजह से कच्चे तेल की कीमतों में भारी उछाल देखने को मिला है। ब्रेन्ट क्रूड की कीमतें 10% से ज्यादा बढ़ गई हैं। बाजार के जानकारों ने कच्चे तेल की कीमतों में अभी और वृद्धि का अनुमान जताया है। 
  • अमेरिका-चीन व्यापार समझौता: अमेरिका-चीन व्यापार समझौते के बारे में अनिश्चितता और डिटेल्स की कमी ने भी बाजारों पर दबाव डाला। इससे घरेलू स्तर पर महंगाई में नरमी और आरबीआई के जोरदार नीति समर्थन को लेकर बाजार में आया आशावाद फीका पड़ गया। 
  • ट्रम्प के टैरिफ की समय सीमा: ट्रम्प के रेसिप्रोकल टैरिफ को लागू करने की समय सीमा निकट आ रही है। ट्रम्प ने ट्रेड समझौते के लिए नए टैरिफ पर तीन महीने के लिए पॉज लगा दिया था, और यह अवधि 9 जुलाई को समाप्त होने वाली है। ट्रम्प का कहना है कि समय सीमा को बढ़ाना “आवश्यक नहीं होगा”, जिससे भी अनिश्चितता बनी हुई है।

निफ्टी आउटलुक (Nifty Outlook):

बजाज ब्रोकिंग के अनुसार, वीकली चार्ट पर निफ्टी ने एक बड़ी बेयर कैन्डल बनी है। यह 25,200 के आस-पास हाई लेवल पर मुनाफावसूली (profit booking) का संकेत देती है। यह स्तर पूरे गिरावट (26,277 से 21,743) के 78.6% रिट्रेसमेंट के पास है।

  • समेकन जारी रहेगा: वहीं, ऊपरी ओर 25,000 का स्तर प्रमुख रेजिस्टेंस बना हुआ है। इसके ऊपर टिकाव आने पर मौजूदा करेक्शन में ब्रेक लगने का संकेत मिलेगा। जबकि नीचे की तरफ 24,500-24,400 का जॉन महत्वपूर्ण सपोर्ट है। यहीं पर 50-डे EMA और पिछले चार हफ्तों की रेंज का निचला स्तर आपस में मिलते हैं।