टाटा स्टील में आज फिर तेज़ी: क्या यूके ऑपरेशन और ग्लोबल संकेतों से मिलेगा और उछाल?
टाटा स्टील के शेयरों में गुरुवार को एक बार फिर तेजी देखने को मिली, जिससे पिछले दो दिनों की बढ़त 5.5% तक पहुंच गई। आज सुबह शेयर ने ₹168.75 का इंट्राडे हाई छुआ। सुबह 11.2 बजे तक BSE पर कंपनी के 19 लाख से अधिक इक्विटी शेयरों में ट्रेड हो चुका था। तो आखिर क्या वजह है इस मेटल स्टॉक में लगातार हो रही तेजी की?
तेज़ी के पीछे की प्रमुख वजहें
टाटा स्टील के शेयरों में इस उछाल के पीछे कई कारण हैं:
- मजबूत ग्लोबल संकेत: वैश्विक बाजरों से मिल रहे सकारात्मक संकेत और मेटल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी ने टाटा स्टील को सहारा दिया है।
- यूके ऑपरेशन से उम्मीदें: टाटा समूह के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखर ने कंपनी की AGM (एनुअल जनरल मीटिंग) में निवेशकों की धारणा को और मजबूत किया। उन्होंने कहा कि टाटा स्टील का यूके ऑपरेशन इस साल पिछले साल की तुलना में काफी बेहतर प्रदर्शन करेगा और "निश्चित रूप से एबिता-पॉजिटिव होगा।" यह निवेशकों के लिए एक बड़ा सकारात्मक संकेत है, क्योंकि यूके ऑपरेशन कंपनी के लिए एक चुनौती रहा था।
- चीन से मिले बेहतर डेटा: चीन से आए बेहतर फैक्ट्री डेटा के बाद ग्लोबल स्टील वायदा में उछाल आया है, जिससे उत्पादन में सुधार के संकेत मिल रहे हैं। बुधवार को भी इसी वजह से टाटा स्टील के शेयरों में 3% से ज्यादा की उछाल आई थी, जो आज भी जारी है।
टाटा स्टील के शेयर का हाल
आज सुबह 11:30 बजे तक टाटा यातील का शेयर बीएसई पर 0.45% या ₹0.75 की तेज़ी के साथ ₹166.65 पर ट्रेड कर रहा था, वहीं NSE पर स्टॉक 0.46% या ₹0.76 चढ़कर ₹166.64 पर कारोबार कर रहा था।
शेयर मूल्य का इतिहास (Tata Steel Share Price History)
बीएसई एनलिटिक्स के अनुसार, टाटा स्टील के शेयर ने हाल के समय में अच्छा प्रदर्शन किया है:
- पिछले 1 हफ़्ते में: 3% से अधिक की बढ़त
- पिछले 1 महीने में: 5% से अधिक की बढ़त
- पिछले 3 महीने में: 8% से अधिक की बढ़त
- पिछले 6 महीने में: 20% से अधिक की बढ़त
हालांकि,सालाना आधार पर देखें तो कंपनी का शेयर पिछले 1 साल में 5% से ज्यादा टूटा है। लेकिन लंबी अवधि में इसका प्रदर्शन शानदार रहा है:
- पिछले 2 साल में: 47% से अधिक चढ़ा
- पिछले 3 साल में: 90% से अधिक चढ़ा
- पिछले 5 साल में: 404% से अधिक चढ़ा
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से है और इसे निवेश सलाह नहीं माना जाना चाहिए। किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें।