जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयरों में सोमवार को 5% का अपर सर्किट लगा, जिससे यह लगातार पाँचवाँ कारोबारी सत्र रहा जब शेयरों में तेजी देखी गई । यह उछाल ऐसे समय में आया है, जब कंपनी कई चुनौतियों का सामना कर रही है, जिसमें चीफ फाइनेंशियल आफिसर (CFO) जाबिर मेहँदी मोहम्मदराजा आगा का तत्काल प्रभाव से इस्तीफा और विभिन्न विभागों में बिखरे परिस्थितियों के कारण उन पर अत्यधिक दबाव था, जिससे उनके शारीरिक और मनशिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पद रहा था। 

इस खबर के बाद जेनसोल इंजीनिरिंग के शेयर सोमवार को बीएसई पर ₹3.31 या 4.99% बढ़कर ₹69.60 पर पहुंच गए, जबकि सेंसेक्स 0.11% गिरकर 82,237.76 पर था। यह ध्यान देने योग्य है कि शेयर अपने उच्च स्तर से 96% तक गिरने के बाद यह लगातार पाँचवाँ सत्र है। जा इसमे 5% का अपर सर्किट लगा है। शेयर ₹51.84 के निचले स्तर तक गिर गया था।गौरतलब है कि 15 अप्रैल को सेबी ने फंड डायवर्जन और गवर्नेंस में गड़बड़ियों के मामले में जेनसोल इंजीनियरिंग और इसके दो प्रमोटरों पर शेयर बाजार में लेनदेन करने पर रोक लगा दी थी। नियामक ने जग्गी ब्रदर्स को भी कंपनी में निदेशक या किसी प्रमुख प्रबंधन पद पर बने रहने से प्रतिबंधित कर दिया था और कंपनी की स्टॉक स्प्लिट की प्रक्रिया को रोक दिया था।

सेबी कि इस कारवाई के बाद जेनसोल इंजीनियरीग के शेयरों में भरी गिरावट आई थी और लगातार कई दिनो तक लोअर सर्किट लगा था। शेयर अपने 52-सप्ताह के उच्च स्तर ₹1,125.75 से गिरकर ₹51.84 के सार्वकालिक निचले स्तर पर आ गया था। हालांकि पिछले पाँच कारोबारी सत्रों में स्टॉक में सकारात्मक रुझान देख गया है और इस दौरान इसमे 27.57% कि तेजी आयी है।