मुश्किल वक्त में प्रमोटरों का भरोसा: रामकृष्ण फोर्जिंग्स में ₹205 करोड़ का बड़ा पूंजी निवेश, वॉरंट जारी

रामकृष्ण फोर्जिंग्स के प्रवर्तक कंपनी में ₹205 करोड़ का बड़ा पूंजी निवेश करने जा रहे हैं। यह कदम कंपनी की नेटवर्थ में हुए नोशनल (कागजी) नुकसान की भरपाई और अल्पांश शेयरधारकों को फिर से आश्वस्त करने के लिए उठाया जा रहा है। यह नुकसान कंपनी के विनिर्माण संयंत्रों में इनवेंट्री और स्टॉक के हिसाब में पाई गई कुछ खामियों के कारण हुआ था। 

नैतिक ज़िम्मेदारी: बाज़ार मूल्य से 3 गुना ज़्यादा कीमत पर वॉरंट

रामकृष्ण फोर्जिंग्स के प्रबंध निदेशक नरेश जालान ने बताया कि यह एक "नैतिक जिम्मेदारी" के तौर पर उठाया जा रहा कदम है ताकि छोटे निवेशकों के हितों का ध्यान रखा जा सके। 

  • वॉरंट की कीमत: सबसे अहम बात यह है कि ये वारंट मौजूदा बाजार से मूल्य से लगभग तीन गुण ज्यादा कीमत (₹2,100 प्रति वॉरंट) पर जारी किये जाएंगे। 
  • उद्देश्य: जालान ने स्पष्ट किया कि इस उच्च कीमत पर वारंट जारी करने का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि कुल इक्विटी में न्यूनतम कमी आए। अगर इसे मौजूदा बाजार मूल्य पर किया जाता, तो इक्विटी में ज्यादा कमी आती, जिसका सीधा असर अल्पांश शेयरधारकों पर पड़ता है। 
  • निवेश की राशि: प्रवर्तक कंपनी में कुल ₹204.75 करोड़ का निवेश कर रहे हैं, जो लेखा में अंतर के कारण हुए नोशनल नुकसान के बराबर है। 

शेयरधारकों की मंज़ूरी और रिकॉर्ड की विसंगतियाँ

  • EGM: 5 जून को कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंजों को सूचित किया था कि प्रवर्तकों को वारंट जारी किये जाएंगे,₹2 अंकित मूल्य की इक्विटी में बदला जा सकेगा। शेयरधारकों की मंजूरी के लिए 28 जून को असाधारण आम बैठक (EGM) बुलाई गई है। 
  •  इन्वेंट्री की समस्या: 26 अप्रैल को कंपनी ने बताया था कि 31 मार्च 2025 को समाप्त वित्त वर्ष की इन्वेंट्री के वार्षिक सत्यापन के दौरान कुछ विसंगतियाँ पाई गईं।
  • स्वतंत्र जाँच: ऑडिट कमेटी ने इन विसंगतियों का पता लगाने के लिए स्वतंत्र बाहरी एजेंसियों को नियुक्त किया था।
  • नुकसान का अनुमान: शुरुआती अनुमान था कि नेटवर्थ पर 4-5% का प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। संयुक्त तथ्य-खोजी रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई कि संयंत्रों में कुछ गलत प्रविष्टियाँ/अस्वीकृतियाँ दर्ज नहीं की गईं।
  • अंतिम प्रभाव: इसके परिणामस्वरूप, 31 मार्च, 2025 और 31 मार्च, 2024 तक क्रमशः ₹220.52 करोड़ और ₹50.22 करोड़ को बढ़ा-चढ़ाकर बताया गया था। कंपनी की नेटवर्थ पर अनुमानित प्रतिकूल प्रभाव (कर के बाद) लगभग ₹202.60 करोड़ (31 मार्च, 2025 तक कंपनी की शुद्ध संपत्ति का 6.73%) होगा।
  • रिपोर्ट: यह रिपोर्ट सलारपुरिया एंड पार्टनर्स चार्टर्ड अकाउंटेंट्स और सीएलए आईवीसी एलएलपी ने तैयार की थी।14 जून को निदेशक मण्डल ने अंतिम रिपोर्ट पर विचार किया और कहा कि आगे कोई वित्तीय असर होने की संभावना नही है। 

सोमवार को बीएसई पर कंपनी का शेयर मामूली गिरावट के साथ ₹648.35 पर बंद हुआ। प्रवर्तकों का यह कदम निवेशकों का भरोसा फिर से हासिल करने और कंपनी की वित्तीय स्थिरता बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।